36th Annual Report (2023-24) - HINDI
69 इंटोड री कोस ऑन ए ोनॉमी एंड ए ोिफिज फॉर कॉलेज टीचस िहमाचल देश क ीय िव िव ालय म खगोलिव ान अनुसंधान एवं िवकास के िलए आयुका क की सहयोिगता के साथ कॉलेज के िश को ंके िलए खगोलिव ान और खगोलभौितकी म प रचया क कोस 22 माच को शु िकया गया, िजसका समापन 27 मई को आ। िवशेष ो ंके प म उप थत स रता िवग (आईआईएसटी ि व म) ने तारे एवं तारकीय िवकास पर बात की,ं ुबा जे. सैिकया (आयुका) ने ब - संदेशवाहकखगोलिव ानऔर आकाशगंगा पर बात की, काश अ मुगासामी (आयुका) ने कई चचाओ ं एवं ुटो रयल स ो ंका संचालन िकया था, ंम चंद (िहमाचल देश क ीय िव िव ालय) ने थतीय एवं े णा कखगोलिव ान पर चचा की, जसजीत बा ा (आईआईएसईआर मोहाली) ने ांडिव ानऔर संरचना िनमाणपर बातकी एवं दीपांकर भ ाचाय (ए रज) नेसूय पर बातकी। प रचया क पा म म तीस ितभागी स िलत थे। पा म का संचालन एसीई टीम आयुका के साथ ंम चंद ारा िकया गया था। पा म के बाद ऑनलाइन ो री का आयोजन िकया गया और संतोषजनक तरीके से दशन करने वाले ितभािगयो ंको माणप िदए गए। पुन या पा म का संचालन ंमचंदऔर एसीई टीमआयुका ारा िकया गया। उनके ारा चुने गए योगो ंपर ु तीकरण िदया और ूल म िसखाए गए िवषयो ंपर खेल के अंदाज म ो री ितयोिगताओ ंका आयोजन िकया। िन उ खत आयोजको ंके अलावा िवशेष ो ंम िन म काणेकर, िद ा ओबेरॉय, भालचं जोशी, ऋता काळे, योगेश मान एवं ितथकर रॉयचौधरी (सभी एनसीआरए-टीआईएफआर के) एवं नीरज गु ा, दीपांजन मुखज , रंजीव िम ा तथा दुगश ि पाठी (सभी आयुका से) शािमल थे। छा ो ंएवं संकायो ंके जोश एवं सि य सहभािगता ने इसेआनंददायकशैि ककाय म बनाया।आयोजन सिमित मआयुका के राजे री द ा, आिशष े , अिवनाश देशपांडे, जमीर मनुर, काशअ मुगासामी एवं ुबा जे. सैिकयाऔर एनसीआरए-टीआईएफआरके शुभािशष रॉयशािमलथे। खगोलिव ान और खगोलभौितकी पर पुन या पा म खगोलिव ानऔर खगोलभौितकी म पुन या पा म 2023 का आयोजनऑनलाइन प से 15 मई से 16 जून तक िकया गया था। इसका आयोजन खगोलिव ान और खगोलभौितकी पर ी कालीन िशिवर के साथ ऑफलाइन प से िकया गया। इसम पूरे भारत भर की उ शैि क सं थानो ंके लगभग तीस ितभागी स िलत ए। कोससमा होनेके बादऑनलाइन ो री का आयोजन िकया गया एवं संतोषजनककाय दशनकरने वाले सभी ितभािगयो ंको सहभािगता माणप िदया गया। पुन या पा म का सम यन ो. वैदेही पािलया एवं एसीई टीम, आयुका ारा िकया गया। ा ानो ंम मूलभूत संरचना एवं मागत िवकास का प रचय , सूय, सघन वु एँ, आकाशगंगाएँ, गांगेय गितकी, सि य गांगेय नािभकऔर जेट्स, गु ीय ले ग, ए -रे खगोलिव ान, ु ड्स एवं ाजमा, सापे ता का सामा िस ांत और ांडिव ान, संरचना िनमाण, फोटोमेटी और े ो ोपी के साथ- साथ हाल की उ ित आिद िवषयो ंकी िवृ त ृंखला को शािमल िकया गया था। बाद के ा ानो ंम गु ीय तरंग खगोलिव ान और लाइगो, मशीन लिनग, ांटम ॉ और थट मीटर टेली ोप, लाइगो, आिद -एल1 तथा ेअर िकलोमीटर ॲरेआिदके रोमांचक ेो ंको शािमल िकया गया।
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